बिहार में सरकारी अस्पतालों को तेजस्वी ने दिया नया टास्क : 7 दिनों के अंदर करना पूरा करना होगा ये काम….

Patna : कुछ ही दिन पहले बिहार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सारे सरकारी अस्पतालों को 60 दिनों के अंदर सुधारने का ऐलान किया था. आपको बता दे 60 दिनों के अल्टीमेटम को पूरा करने के लिए तेजस्वी यादव ने सूबे के सारे सरकारी अस्पतालों को 7 – 7 दिन का टास्क देना आरंभ कर दिया है. सारे सरकारी अस्पतालों को 7 दिनों के अंदर उन कामों को पूरा करना पड़ेगा.
आपको बता दें तेजस्वी यादव के निर्देश के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में बिहार के सभी सदर अस्पतालों को अगले 7 दिनों का काम सौंपा है. सभी जिला अस्पतालों को 7 दिन के अंदर बेड से लेकर ओपीडी को साफ करवाना है. इसके साथ ही उन्हें अपने शौचालय की मरम्मत करवानी पड़ेगी. उसकी साफ-सफाई की व्यवस्था भी करनी होगी.
जानकारी के लिए आपको बता दें तेजस्वी यादव ने 7 सितंबर को बिहार के स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारियों, सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेज के अधीक्षकों के साथ बैठक की थी. उन्होंने 7 दिनों के अंदर सभी सदर और बड़े अस्पतालों में 24 घंटे का हेल्प डेस्क बनाने, मरीजों के इलाज की सही व्यवस्था कराने, एंबुलेंस और शव वाहन का इंतजाम करने का निर्देश भी दिया था. साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा था कि अस्पतालों में सफाई , दवाई, सुनवाई और कार्रवाई होनी ही चाहिए. इसमें किसी भी तरह की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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वहीं तेजस्वी के इस ऐलान के बाद से स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला अस्पतालों की स्थिति का आकलन करने के लिए पटना से अधिकारियों की टीम को जिलों में भेज दिया था. सारी टीम ने पटना लौट कर अपनी अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट के आधार पर सभी जिलों को अलग-अलग टास्क सौंप दिए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को ऐसा निर्देश दिया है कि उनके पास जो भी उपकरण खराब या बेकार है. उसे चिन्हित करते हुए अलग करें. इसके साथ ही जिस उपकरण की जरूरत हो उसकी सूची तैयार करें और उसे खरीदने की प्रक्रिया को शुरू करें. तेजस्वी ने जिला अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर भी बढ़ाने का निर्देश दिया था.
विदित हो कि जिला अस्पतालों का निरीक्षण कर लौटे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कई और भी खामियां पाई है. अस्पतालों में दवा की स्थिति, लैब टेस्टिंग से लेकर डॉक्टरों की संख्या पर विभाग को जानकारियां प्राप्त हुई है. स्वास्थ्य विभाग इसका आकलन कर कमियों को दूर करने की कोशिश में लगा है. पहले चरण में अस्पतालों को साफ सफाई और दुरुस्त करने को कहा गया है. 7 दिनों के बाद विभाग उनकी फिर से समीक्षा करेगा और उसके बाद उन्हें नया टास्क दिया जाएगा.