शराब को लेकर नीतीश ने पुलिस को फिर दिया नया फरमान, शराब पीने वालों को नहीं बल्कि सप्लाई करने वालों को पकड़ो….

Bihar : शराब पीने के आरोप में बिहार के लाखों लोगों को जेल भेजने के बाद अब नीतीश कुमार ने नया फरमान जारी कर दिया है. जी हां नीतीश ने पुलिस और उत्पाद विभाग को यह कहा है कि अब पीने वालों को नहीं बल्कि शराब सप्लाई करने और बेचने वालों को पकड़ो. बता दे नीतीश कुमार का यह फरमान तब आया है जब सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक सरकार की काफी फजीहत हुई है. शराब की आड़ में पुलिसिया जुल्म के हर रोज नए किस्से सामने आते रहते हैं. तब नीतीश कुमार ने पुलिस को दूसरा टास्क दे दिया है. वैसे तो सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि अगर शराब पीने वाले पकड़े गए तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.
दरअसल नीतीश कुमार ने आज शराबबंदी की समीक्षा के लिए सारे बड़े अधिकारियों को तलब किया है. मुख्य सचिव, डीजीपी से लेकर मद्य निषेध विभाग और पुलिस के बड़े अधिकारी बैठक में मौजूद थे. वही बैठक के बाद मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री ने पुलिस और मद्य निषेध विभाग को नया काम दिया है. उन्होंने कहा है कि शराब पीने वालों के पीछे दौड़ने की बजाय शराब बेचने और सप्लाई करने वालों को पकड़ने का काम किया जाए पुलिस अब इसी पर फोकस करें.
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वैसे मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के नए निर्देश से शराब पीने वाले बच नहीं जाएंगे. शराब पीने वाले पकड़े जाएंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. बस प्राथमिकताएं बदल दी गई है. पहले यह प्राथमिकता थी कि शराब पीने और बेचने वाले दोनों को पकड़ लिया जाएगा अब पुलिस पहले शराब बेचने और सप्लाई करने वाले को पकड़ेगी उसके बाद में शराब पीने वाले को देखा जाएगा.
इसके साथ ही मीडिया से बातचीत करने के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि शराब पर रोक के लिए संसाधनों की कमी नहीं होगी. सूबे में एंटी लिकर ट्रांसपोर्ट बना था. संसाधन के अभाव में उसका काम रुक गया. मुख्य सचिव ने आगे कहा कि इस टास्क फोर्स को फिर से गाड़ियों के साथ-साथ शराबबंदी के लिए ड्रोन, मोटर बोट जैसे तमाम संसाधनों को उपलब्ध कराया जाएगा.
विदित हो कि शराब को लेकर नीतीश की चौथी बार यह यूटर्न है. नीतीश कुमार के आदेश पर सरकार ने कॉल सेंटर बना रखा है. इसमें शराब पीने वालों की खबर देने वाले को इनाम भी दिया जाता है. पुलिस को अपने तमाम दूसरे काम छोड़कर शराब पीने वालों को पकड़ने का आदेश दिया गया है. बिहार सरकार शराब पीने के आरोप में लाखों लोगों को जेल में भेज चुकी है. बिहार के जेलों में जगह नहीं है. शराबबंदी को लेकर हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक ने सरकार को कई दफे फटकार भी लगाई है.