नेहा सिंह राठौड़ का नया गाना वायरल…प्रधानमंत्री पर साधा निशाना

DESK : वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर हर जगह चर्चा है। फिर चाहे वो राजनीतिक पार्टियाँ हो या आम जनता सभी इस चुनाव को लेकर काफ़ी सक्रिय नज़र आ रही है। सूत्रों के अनुसार 23 जून को विपक्षी एकता की बड़ी बैठक राजधानी पटना में होने जा रही है।
ऐसे में सोशल मीडिया पर एक गाना बहुत तेज़ी से वायरल हो रहा है। गाने के बोल कुछ इस तरह है ….”साहेबवा के देबो चुनि -चुनि गारी।” यह गाना बिहार की लोक गायिका नेहा सिंह राठौड़ ने गया है। मज़े की बात यह है की पूरे गाने को गाते वक़्त उन्होंने हाथ में बेलन रखा था। इस गाने के ज़रिए उन्होंने देश के प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है।
आख़िर कौन है नेहा सिंह राठौड़ ……
नेहा सिंह राठौड़ एक जाना पहचाना नाम है। आपको बता दे की यह बिहार की लोक गायिका है। नेहा सिंह जब कभी भी कोई लोकगीत गाती है तो उसे लेकर के अक्सर वह विवादों में आ जाती है। हालाँकि उनका कहना है की वह ये गाने जनता के लिए लिखती है ना कि सत्ता के लिए। इस बार फिर से यह अपने नए गाने को लेकर सुर्ख़ियो में है। इससे पहले यह तब विवादों में आ गई जब इनके द्वारा कोरोना काल के दरमियान उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर व्यंग करते हुए एक गाना गाया था जिसका शीर्षक था “यूपी में का बा” इस लोकगीत के द्वारा नेहा सिंह राठौड़ के द्वारा करोना काल की खराब व्यवस्था और हाथरस कांड जैसे गंभीर मुद्दों पर आवाज उठाई गई थी।
सुर्ख़ियाँ बटोरने वाला नया गाना…
इस नए गाने में उन्होंने बार बार इस चीज़ का ज़िक्र किया है। ” साहेबवा को देबो चुनि – चुनि गारी ….साहेबवा को देबो चुनि – चुनि गारी ….चौकिदरबा के देबो चुनी चुनी गारी…
उन्होंने अपने गाने के ज़रिए यह भी कहा है कि 15 लाख का वादा किया गया था अब तो 100 साल बीत गए फिर भी पैसे का कोई पता नही है। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी एकता की मज़बूती को बताया है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टी का दबदबा रहेगा। अपने गाने के ज़रिए उन्होंने देश में हो रहे पहलवानो के साथ गंभीर मुद्दे का भी ज़िक्र किया है। उन्होंने जंतर मंतर पर हो रहे देश के बेटियों के साथ अत्याचार और अन्याय के बारे में भी बताया है।
सरकार के द्वारा बेरोज़गारी हटाने वाले बात पर भी नेहा ने दिल खोलकर गाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने बड़े बड़े वादे किए थे की वो 2 करोड़ लोगों को नौकरी देगी पर नौकरी की कोई ख़बर है। इसके विपरीत बेरोज़गारों की संख्या में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है।
उन्होंने ओडिशा में होने वाले रेल हादसे से लेकर बिहार में टूटने वाले नए पूल के बारे भी चर्चा किया है। निशाना साधते हुए उन्होंने यह बात भी कहा की साहब का सूट 10 लाख का है और चश्मे की क़ीमत 2 लाख रुपए है पर जब उनसे इन सब गंभीर मुद्दों पर सवाल किए जाते है तो वो चुप्पी साध लेते है।