बिहार उपचुनाव परिणाम : चिराग ने लगाई बीजेपी की नैया पार….

Desk : बिहार में विधानसभा की दोनों सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम आने के बाद दोनों पक्षों की ओर से तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन इस चुनाव के परिणाम ने बीजेपी को बहुत बड़ी नसीहत दे दी है. जी हां क्योंकि अगर आखरी वक्त में चिराग पासवान बीजेपी के लिए मैदान में नहीं आते तो भाजपा का नाव डूब जाता. सियासी जानकार ऐसा कह रहे हैं कि चिराग अगर बीजेपी के साथ नहीं आते तो फिर भाजपा की नैया तो बिल्कुल पार नहीं लगती.
अगर आंकड़ों की माने तो वह भी इसकी गवाही देते हैं. गोपालगंज जैसी परंपरागत सीट पर बीजेपी अगर लगभग 2000 वोट से जीतती है. तो इसका श्रेय केवल चिराग पासवान को ही जाता है. गोपालगंज सीट पर पासवान जाति के वोटरों की तादाद लगभग 8000 से भी ज्यादा बताई जा रही है. पासवान जाति के वोटर चुनाव प्रचार के शुरुआती दौर से ही राजद उम्मीदवार के पक्ष में थे लेकिन चुनाव के आखिरी दौर में चिराग पासवान के रोड शो ने वहां का माहौल बदल दिया.
विदित हो कि मोकामा में जब चुनाव प्रचार आखिरी दौर में था तो चिराग पासवान ने वहां रोड शो किया था. चिराग के रोड शो में जो भीड़ थी उसी ने माहौल बदला. मोकामा में पहले से ही लोजपा की अच्छी पकड़ रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी चिराग ने अपने दम पर उम्मीदवार खड़ा किया था. तो उन्हें 13 हज़ार से ज्यादा वोट मिले थे मोकामा में पासवान जाति के वोटरों की संख्या लगभग 12 से 15 हज़ार के बीच है.
वहीं मोकामा के लोगों के अनुसार चिराग पासवान के रोड शो के बाद पासवान जाति के वोटरों ने सड़क पर ऐलान करना शुरू कर दिया कि वह बीजेपी को ही वोट देंगे इसके बाद ही दूसरे तबके के लोगों को लगा कि बीजेपी आगे है. लिहाजा दूसरी जाति का वोट भी भाजपा के खाते में जुड़ता चला गया तभी भाजपा 63 हजार वोट लाने में सफल हो पाई है.