कांग्रेस नेता शेख हुसैन के बिगड़े बोल, कहा – जैसे कुत्ते की मौत होती है, ऐसे नरेंन्द्र मोदी की मौत होगी…

Desk: राहुल गाँधी से ED दो दिनों से पूछताछ कर रही है. ED की पूछताछ को लेकर कॉन्ग्रेस नेता शेख हुसैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक बातें कही है. बता दें, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी धमकाया है. नेशनल हेराल्ड मामले में कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ शुरू होने के बाद से ही कॉन्ग्रेसी सड़क पर हुड़दंग करते नजर आ रहे हैं.
वहीं कॉन्ग्रेस नेता लगातार अनर्गल टिप्पणी कर रहे हैं. महाराष्ट्र के एक पार्टी नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आपत्तिजनक बातें की है तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तो ईडी को धमकाया है.
वहीं नागपुर में ईडी कार्यालय के बाहर कॉन्ग्रेस के विरोध-प्रदर्शन के दौरान शेख हुसैन ने कहा, “नरेंद्र मोदी तेरा वही हाल होगा, जैसे कुत्ते की मौत होती है, ऐसे नरेंद्र मोदी की मौत होगी. हो सकता है कि इसके खिलाफ मुझे 1000 नोटिस मिल जाए, लेकिन इसकी हमें परवाह नहीं है. हम लड़ते आए हैं, आगे भी लड़ेंगे.” नागपुर शहर कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष रहे हुसैन के इस बयान का वीडियो वायरल हो रहा है.
वहीं भाजपा नेताओं ने हुसैन के इस बयान को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है. इस संबंध में गिट्टीखदान थाने में मामला भी दर्ज किया है. बीजेपी ने हुसैन की गिरफ्तारी की माँग करते हुए कहा है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी आंदोलन करेगी.
साथ ही कॉन्ग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है, “हम अब अपने कर्मचारियों को AICC कार्यालय में नहीं ला सकते हैं. हमें बताया गया है कि केवल 2 सीएम ही यहाँ आ सकते हैं और किसी और को अनुमति नहीं है। उन्होंने राहुल गाँधी के मुँह में हाथ डालने की कोशिश की है, उनको बहुत महँगा पड़ेगा.”
साथ ही उन्होंने आगे कहा, “पूरे देश में जो हालात है वो सबके सामने हैं. तीन दिन से हमलोग दिल्ली में है और पहले दिन 200 लोगों को अनुमति दी गई, कल कुछ नेताओं को अनुमति दी गई और आज तो हद हो गई कि हम अपने स्टाफ को भी नहीं ला सकते हैं.”

दूसरी ओर राजस्थान के मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता अशोक गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इसे काला अध्याय बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि ये 8 साल का काला अध्याय है, इतिहास में इस 8 साल को अगर देखा जाएगा तो ये काला अध्याय के रूप मे देखा जाएगा. क्योंकि इसमें संवैधानिक धज्जियाँ उड़ रही है, लोकतंत्र खतरे में हैं और पूरे देशवासी बहुत दुखी और तनाव में हैं.