BPSC के पेपर लीक मामले में एक और आरोपी गिरफ्तार, मामले में EOU ने अब तक 10 लोगों को दबोचा…

Patna: बीपीएससी पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. दरअसल, 32 वर्षीय आरोपी संजय कुमार गया के डेल्हा थाना क्षेत्र का रहने वाला है. पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र के मछुआ टोली स्थित अजय कुमार के मकान में वह किरायेदार के तौर पर रह रहा था. जहां से ईओयू की टीम ने संजय कुमार को गिरफ्तार किया है. संजय की गिरफ्तारी के बाद ईओयू ने अबतक कुल मिलाकर 10 लोगों को दबोच लिया h.
बता दे, मामले के मुख्य सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव से संजय कुमार ने बीपीएससी परीक्षा के दिन कई बार बातचीत किया था. 67वीं बीपीएससी परीक्षा में वह खुद डमी परीक्षार्थी के रूप में शामिल हुआ था. बीपीएससी की परीक्षा 8 मई 2022 को थी इस दिन सुबह 3 बजे तक संजय कुमार मुख्य सरगना आनंद गौरव उर्फ पिन्टू यादव के साथ थे. ये अभियुक्त पिन्टू यादव एवं साथी अभियुक्तों से मिलकर लाभ लेने वाले परीक्षार्थियों को तलाशते थे और उन्हें पिन्टू यादव से संपर्क करवाकर पैसे की उगाही किया करते थे. इसके संबंध में इनेक बैंक अकाउंट एवं अन्य वित्तीय लेन-देन के संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है. इस मामले में अब तक दस लोगों को दबोचा गया है.

वहीं इससे पहले अररिया के भरगामा अंचल के राजस्व पदाधिकारी 26 वर्षीय राहुल कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया गया है. राहुल गया के अतरी थाना अंतर्गत चिरियावां निवासी युगेश्वर सिंह का पुत्र है. ईओयू से मिली जानकारी के अनुसार राहुल कुमार कांड के मुख्य सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव से बराबर संपर्क में रहा है. वह इस कांड में बीपीएससी पीटी के प्रश्नपत्र की मांग घटना से पूर्व एवं घटना के दिन भी पिंटू यादव से कर रहा था.
इस कांड के अभियुक्त संजय कुमार से घटना के दिन एवं इसके पूर्व इनसे कई बार बातचीत हुई है. बीपीएससी परीक्षा से पूर्व प्रश्नपत्र एवं उत्तर इन्हें भेजा गया है. ईओयू द्वारा इस कांड से जुड़े अन्य तथ्यों को भी खंगाला जा रहा है. बीपीएससी प्रश्न पत्र लीक मामले में अबतक 10 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. वही 15 मई को इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कृषि विभाग भागलपुर का क्लर्क राजेश कुमार भी शामिल है. यह क्लर्क पेपर लीक करने वाले गिरोह का सदस्य है. इस मामले में गिरफ्तार तीन अन्य सदस्यों में निशिकांत कुमार, सुधीर कुमार सिंह और कृष्ण मोहन सिंह शामिल हैं. हालांकि, गिरोह का सरगना आनंद गौरव उर्फ पिन्टू यादव अब भी फरार है.