बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच अहम बैठक, क्या अपनाएंगे सुलह का रास्ता ?

रूस और यूक्रेन के तनाव के बीच यूक्रेन में सैकड़ो लोगों की बली चढ़ गई है . जिनमे से सबसे ज्यादा संख्या आम आदमी की है. दुनिया भर से पुरे मामले पर टिपण्णी आ रही पर कोई भी देश खुल कर समर्थन या विरोध नहीं कर रहा है. भारत सरकार ने खुल कर कोई बयान नहीं दिया है इसी बिच यूरोपीयन संघ के कुछ देश यूक्रेन को रूस से लड़ने के लिए फाइटर जेट” भेजने की बात की है. यहाँ तक की लड़ाकू जेट उपलब्ध कराने की भी आश्वासन यूक्रेन को दी है.

यूरोपीयन संघ के कुछ सदस्य देशों के पास इस तरह के विमान उपलब्ध हैं जिसकी मांग यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने यूरोपीय संघ से मदद की तौर पर की है.
साथ ही अमेरिका ने यूक्रेन की मदद की लिए हाथ आगे किया है. अमेरिका यूक्रेन को रूस के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए स्टिंगर मिसाइल प्रदान करने की बात की है. हलाकी इस बात पर किसी तरह की औपचारिक मत नहीं दी गई है. बस अमेरिका ने यूक्रेन को आश्वासन दिया है की वे मदद पहुंचने की तयारी कर रहा है.
अमेरिका ने भी सीधी आपूर्ति करने की पहली बार मंजूरी दी है। यह व्हाइट हाउस द्वारा स्वीकृत पैकेज का हिस्सा है। अभी यह नहीं बताया गया है कि यह आपूर्ति कब की जाएगी, लेकिन अधिकारियों ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि अमेरिका खेप पहुंचाने की व्यवस्था करने पर काम कर रहा है।
अमेरिका के बाद ऑस्ट्रेलिया भी यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध में सैन्य हथियार मुहैया कराएगी. ऑस्ट्रेलिया ने साफ साफ कहा की रूस के खिलाफ इस युद्ध में वे यूक्रेन को घातक सैन्य हथियार मुहैया कराएगा, हलाकी इस बात की जानकारी ऑस्ट्रेलिया ने नहीं दी की वे कौन सी हथियार और कब मुहैया कराएगा.
स्वीडन-फिनलैंड ने भी जानकारी दी है की वे टैंक रोधी हथियार, हेलमेट और सुरक्षा कवच प्रदान कर यूक्रेन को मदद करंगे