
भारत, बिहार सीमा एवं नेपाल सीमा पर मानव तस्करी को कैसे रोका जाय इसपर चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्विद्यालय, चाइल्ड राइट्स सेन्टर, पटना द्वारा सोध कार्य कराया जा रहा है।जिसका मुख्य उद्देश्य क्रॉस बॉर्डर ट्रैफिकिंग को खत्म करना है। जो आये दिनों चर्चा का विषय रहता है कि नेपाल साइड से कुछ लड़कियों को प्यार का झांसा देकर तथा आर्केस्ट्रा में काम कराने को लेकर अक्सर दूसरे- दूसरे राज्यो में लाया जाता हैं, और कुछ समय बाद वह लड़की तस्कर का शिकार हो जाती हैं।

जिसका ट्रांजिट पॉइंट अक्सर बिहार एवं नेपाल सीमा होता है, क्योंकि यहाँ कई ऐसे जगह है जो ओपन बॉर्डर के नाम से जाना जाता है।
इन्ही मुद्दों को लेकर सीआरसी, सीएनएलयू यूनिसेफ की सहायता से सोध कार्य कर रही हैं। जिसमें की बिहार के सात जिला जो नेपाल सीमा को टच करता है उसका मैपिंग कार्य सशस्त्र सीमा बल तथा कुछ संगठन जो इन सातों जिलो में कार्य करता है उनके साथ मिलकर किया जा रहा है।
साथ ही साथ कौन कौन से ऐसे गिरोह जो बाल तस्करी करता है। उसका भी पता किया जा रहा है। इस सोध के माध्यम से उसे जल्द ही उजागर किया जायेगा।
